काली-कलूटी, टूटी-फूटी मुर्दा सड़क
जी उठती है अचानक
जब भी तुम गुजरती हो
हम दोनों घण्टों बतियाते हैं एक-दूजे से
तुम्हारे हर लौट जाने के बाद
तुम्हारे फिर लौट आने की उडीक में
काली-कलूटी, टूटी-फूटी मुर्दा सड़क
जी उठती है अचानक
जब भी तुम गुजरती हो
हम दोनों घण्टों बतियाते हैं एक-दूजे से
तुम्हारे हर लौट जाने के बाद
तुम्हारे फिर लौट आने की उडीक में