उस सघन अंधकार में
उतरा
एक अहसास
पहले देह पर
फिर मन और
अंत में
आत्मा तक
फिर शुरू हुई
मूलाधार से
सहस्र्र्रार तक की
यात्रा
उस सघन अंधकार में
उतरा
एक अहसास
पहले देह पर
फिर मन और
अंत में
आत्मा तक
फिर शुरू हुई
मूलाधार से
सहस्र्र्रार तक की
यात्रा