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उन्नत पेड़ पलाश के / केदारनाथ अग्रवाल
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उन्नत पेड़ पलाश के
ढाल लिए रण में खड़े,
सम्मुख लड़ते सूर्य से
बाँह बली ऊपर किए
दुर्दिन में रह कर हरे,
छाँह घनी भू पर किए ।