अपनी इच्छा से नहीं आया है वह
न जाएगा अपनी इच्छा से
और जो कुछ भी होगा यहाँ
शायद उसकी इच्छा से नहीं होगा
न कभी हुआ
उसकी पीड़ा यही है
कि वह सुख भी पाता है
तो दूसरे की इच्छा से।
अपनी इच्छा से नहीं आया है वह
न जाएगा अपनी इच्छा से
और जो कुछ भी होगा यहाँ
शायद उसकी इच्छा से नहीं होगा
न कभी हुआ
उसकी पीड़ा यही है
कि वह सुख भी पाता है
तो दूसरे की इच्छा से।