खिले हों कमल
चाँद बरसाता हो
रसधार!
हवा लगे सुगंधित
प्रफुल्लित होता हो मन!
बस उसी क्षण
हाँ, उसी क्षण
छलांग लगाकर
बाहर हो जाना
खिले हों कमल
चाँद बरसाता हो
रसधार!
हवा लगे सुगंधित
प्रफुल्लित होता हो मन!
बस उसी क्षण
हाँ, उसी क्षण
छलांग लगाकर
बाहर हो जाना