हमारे उस सुदूर भविष्य में
स्थापित हुआ सुदूर अतीत
उस विवृत्त में हम ने की
अपनी आवृत्ति
उस आचार में पाया हम ने
अपना विचार
उस कदर्थ को बनाया
अपना प्रयोजन
उस हेतु हम हुए
उस आशय से
वह विस्तार
यह निस्तार
हमारे उस सुदूर भविष्य में
स्थापित हुआ सुदूर अतीत
उस विवृत्त में हम ने की
अपनी आवृत्ति
उस आचार में पाया हम ने
अपना विचार
उस कदर्थ को बनाया
अपना प्रयोजन
उस हेतु हम हुए
उस आशय से
वह विस्तार
यह निस्तार