धूप
एक पदार्थ है
जिसे हम कभी
पकड़ नहीं पाएंगे
एक
नदी
जिसमें तैर नहीं पाएंगे कभी
धूप
एक
पत्थर है
हमसे जो कभी
गढ़ा नहीं जाएगा
धूप
एक पदार्थ है
जिसे हम कभी
पकड़ नहीं पाएंगे
एक
नदी
जिसमें तैर नहीं पाएंगे कभी
धूप
एक
पत्थर है
हमसे जो कभी
गढ़ा नहीं जाएगा