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एक बच्चे की मौत / प्रताप सहगल

वह बच्चा
मेरे लिए अनजाना था
ख़बर थी कि वह
एक शादी के मौक़े पर
किसी पंचतारा होटल के
तरणताल में उतर गया।
जनवरी का महीना
धुंध भरी ठंड थी
बच्चा उतरा या फिसला
नहीं मालूम किसी को
पर वह आध घंटे की
खोज के बाद
अतीत हो गया।
नसों में दौड़ता ख़ून
ठंडाने लगता है
कि जैसे बाँध लिया हो
एक सख़्त काली डोर ने
यूँ भविष्य का खुलने से
पहले ही अतीत हो जाना
डाल पर खिलती कोंपल को
पाला मार जाना
खिलने से पहले ही
फूल का टूटना
पेड़ बनने से पहले ही किसी पौधे का कटना
सभी दुःख के सबब होते हैं
लेकिन भविष्य का यूँ
अतीत हो जाना
एक उबलते हुए लावे के
अंधे सैलाब में
उतर जाना है।