किताब खुली
कवि को देखा
कवि ने
आँखें मिलीं
हैरानी हुई
फिर पहचान
विचार — एक की आँख से छलके
दूसरी में चमके।
सदियों को जोड़ती
एक मित्रता हो गई
प्राचीन की
नवीन से ।
किताब खुली
कवि को देखा
कवि ने
आँखें मिलीं
हैरानी हुई
फिर पहचान
विचार — एक की आँख से छलके
दूसरी में चमके।
सदियों को जोड़ती
एक मित्रता हो गई
प्राचीन की
नवीन से ।