ओह
फेर किएक सुखाइत घावकेँ
खैंठी ओदारि पुनर्जीवित करैत छी
ओह
फेर किएक जरलाहापर
नोन छिटैत छी
ओह
फेर किएक अन्हार घरमे
डिबिया बारैत छी
चुप रहू
सगबगेबो नहि करू
सुतू आ सूतय दिअ हमरो
निरोग, शीतल
आ सुदीप्त भोरक प्रतीक्षामे
ओह
फेर किएक सुखाइत घावकेँ
खैंठी ओदारि पुनर्जीवित करैत छी
ओह
फेर किएक जरलाहापर
नोन छिटैत छी
ओह
फेर किएक अन्हार घरमे
डिबिया बारैत छी
चुप रहू
सगबगेबो नहि करू
सुतू आ सूतय दिअ हमरो
निरोग, शीतल
आ सुदीप्त भोरक प्रतीक्षामे