फ़ुर्सत के लम्हों में
एलबम देखते हुए
लगा जैसे
तस्वीरें बोल रहीं हों मुझसे कुछ
उस दिन पहली बार लगा मुझे
जैसे तस्वीरें सचमुच बोलती हैं
फ़ुर्सत के लम्हों में
एलबम देखते हुए
लगा जैसे
तस्वीरें बोल रहीं हों मुझसे कुछ
उस दिन पहली बार लगा मुझे
जैसे तस्वीरें सचमुच बोलती हैं