तुम्हारा नाम
हर जगह से पोछना
किसी को नहीं दिखाना
कितना कुछ छिपा है भीतर
जब हो तुम्हारी ओर सबकी नज़र
तब रहना तटस्थ
करे जब सभी तुम्हारी बात
साध लेना चुप्पी
जानती हूँ
तुम्हें पाने की जद्दोजहद
पूरी तरह नाकाम है
इसलिए
तुम्हारे खो जाने को ही स्वीकारना
ऐसे करना प्रेम।