देख के बोले हज़ारी ओफ़-फोह
एक शिकार एतने शिकारी ओफ़-फोह
चंद्रास्वामी, राव जी, सुखराम जी
देश में एतने पुजारी ओफ़-फोह
मन्दिरों-मस्ज़िद में न जूता बचे
यह क़दर चोरी-चमारी ओफ़-फोह
भाजपा बसपा में साझा भय रहा
भेड़िया बकरी में यारी ओफ़-फोह
हर परेशानी के अड्डा मोर घर
देख के बोले बुखारी ओफ़-फोह
हर महकमा घूम के देखा रफ़ीक
यह क़दर ईमानदारी ओफ़-फोह