औरत (छ:)
पेड़ का सच
उस अमर बेल का
सच नही होता
जो उसके तने से लिपटकर
बढ़ती है
लहलहाती है
उसका बढ़ना क्या
लहलहाना क्या
असल में उसका
होना ही क्या.
औरत (छ:)
पेड़ का सच
उस अमर बेल का
सच नही होता
जो उसके तने से लिपटकर
बढ़ती है
लहलहाती है
उसका बढ़ना क्या
लहलहाना क्या
असल में उसका
होना ही क्या.