हाथों में हाथ लेकर
सागर-किनारे फैली
गीली रेत पर
छोड़ते जाना अपने पैरों के निशान
दूर तक निकल जाना
और फिर
थककर, जैसे निढाल
गिर जाना
निरखते रहना
निहारते रहना
एक-दूसरे को।
हाथों में हाथ लेकर
सागर-किनारे फैली
गीली रेत पर
छोड़ते जाना अपने पैरों के निशान
दूर तक निकल जाना
और फिर
थककर, जैसे निढाल
गिर जाना
निरखते रहना
निहारते रहना
एक-दूसरे को।