Last modified on 10 जुलाई 2010, at 02:50

और वह बच्चा / नरेन्द्र जैन

और
वह बच्चा
जिसका ख़याल बरसों तक
तुम अपने जेहन में पालती रहीं

और वह बच्चा
जो
इस मौसम में
तुम्हारे ख़ून में पलना शुरू हो गया है

और
वह बच्चा
जो कल तुम्हें
माँ माँ पुकारता हुआ
दुनिया में दौड़ता-फिरेगा

और
वह
बच्चा