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कंठ से नहीं... / केदारनाथ अग्रवाल

कंठ से नहीं--

अब पाँव से निकलता है संगीत--

पाँव से उमड़ता है संगीत--

अवश्यम्भावी है

नाश पर निर्माण की जीत !