कन्हैया लाल भाटी वर्षों से अनुवाक और मौलिक रचनाकार के रूप में सक्रिय हैं। हिंदी, राजस्थानी और गुजराती में परस्पर अनुवाद के माध्यम से जहां आपने विभिन्न रचनाकारों के बीच सम्मान प्राप्त किया है वहीं मौलिक लेखन के रूप में हिंदी और राजस्थानी भाषा में लिखी कहानियां-कविताएं भी पर्याप्त चर्चा में रही हैं। देश की तमाम पत्र-पत्रिकाओं में वर्षों से निरतंर रचनाएं और अनुवाद प्रकाशित, अनुवाद की अनेक पुस्तकें प्रकाशित। कई मान-सम्मान और पुरस्कार प्राप्त।
स्थाई संपर्क:
कन्हैया लाल भाटी,
कुनी निवास, छिम्पों का मोहल्ला,
गंगाशहर रोड, बीकानेर (राज.)