जुग जन्मूं बिटि छै जग्वाळ
ऐंसू आलि बग्वाळ, त
म्यरा घौर बोण,
गौं गुठ्यार, मुल्क देश
बळै जाला रांका, छिल्ला
ओणा कोणों तक पौंछलू उज्याळु
नि जाणि, जब बि ऐ,
ऐ फेक्वाळ सि...
हमेसा मांगणा कू,
देणो कबि ना...
म्यरा अंधेरा दिनूं कू अबि बि जग्वाळ
कि, सैद ऐंसू त आलि बग्वाळ्
सैद, ऐंसू त ह्वेई जालू उज्याळु
सैद, अब नि रैलि जग्वाळ
पण, वा आलि कब...
यांकि बि त् जग्वाळ च....।