मिनख रो कांई
सळ्यो‘र अळ्यो
बगत पिछाणींजै,
रूप रो कांई
रूड़ो‘र कोजो
सत पितवाणींजै,
उमर रो कांईं
लांबी‘र ओछी
करणी जाणींजै !
मिनख रो कांई
सळ्यो‘र अळ्यो
बगत पिछाणींजै,
रूप रो कांई
रूड़ो‘र कोजो
सत पितवाणींजै,
उमर रो कांईं
लांबी‘र ओछी
करणी जाणींजै !