♦ रचनाकार: अज्ञात
कवन जे खाओल<ref>खाया</ref> केरा<ref>केला</ref>, हँसो नाचे अकेला रे।
हरमनिया<ref>हारमोनियम</ref> बाजन बाजे रे, कवन गाँव में॥1॥
शब्दार्थ
<references/>कवन जे खाओल<ref>खाया</ref> केरा<ref>केला</ref>, हँसो नाचे अकेला रे।
हरमनिया<ref>हारमोनियम</ref> बाजन बाजे रे, कवन गाँव में॥1॥