एक तिरस्यो मिनख
ठंडां री दुकान करै।
एक भूखो मिनख
जळेबी बेचै।
एक घरबायरो आदमी
हेली चिणै।
आ तो कोई अचंभावाळी बात कोनी
पण
एक चापलूस मिनख
कविता लिखै!
एक तिरस्यो मिनख
ठंडां री दुकान करै।
एक भूखो मिनख
जळेबी बेचै।
एक घरबायरो आदमी
हेली चिणै।
आ तो कोई अचंभावाळी बात कोनी
पण
एक चापलूस मिनख
कविता लिखै!