वचन और अंकन की सीमा ,
जहां समाप्त होती है.
कविता वहां से आरम्भ होती है,
अभी हम एक दूसरे को,
पारदर्शी नहीं,
अतः शब्द चाहिए ,
वरना शब्दों की क्या ,
विसात होती है.
वचन और अंकन की सीमा ,
जहां समाप्त होती है.
कविता वहां से आरम्भ होती है,
अभी हम एक दूसरे को,
पारदर्शी नहीं,
अतः शब्द चाहिए ,
वरना शब्दों की क्या ,
विसात होती है.