प्रसव वेदना से भी अधिक
पीड़ादाई होता है
मेरी एक कविता का
वक्त बेवक्त जन्म लेना
और अभागापन होता है
मेरा छोड़ देना
उस निर्बोध को
इस निर्मम
जगत के बीच
भटकने के लिए
जैसे सज़ा है उसको
आजीवन बेनाम
भटकते रहना
और मुझे
पीड़ा सहते रहना।
प्रसव वेदना से भी अधिक
पीड़ादाई होता है
मेरी एक कविता का
वक्त बेवक्त जन्म लेना
और अभागापन होता है
मेरा छोड़ देना
उस निर्बोध को
इस निर्मम
जगत के बीच
भटकने के लिए
जैसे सज़ा है उसको
आजीवन बेनाम
भटकते रहना
और मुझे
पीड़ा सहते रहना।