कविता कोश सम्मान उन व्यक्तियों के श्रम और लगन को सराहने का एक माध्यम है जिन्होनें कविता कोश के विकास में विशेष योगदान दिया है।
नाम | सम्मान चक्र | कविता कोश की टिप्पणी | ||
श्री हेमेन्द्र कुमार राय कविता कोश के विकास में निरंतर योगदान के लिये |
श्री हेमेन्द्र कुमार राय ने २५ अप्रैल २००७ से कविता कोश में योगदान आरम्भ किया। तब से अब तक आपने लगातार न केवल बहुत सी नई रचनाओं को कोश में जोडा़ है बल्कि कोश की सामान्य गुणवत्ता को बेहतर बनाने में भी आपने लगन और श्रम से काम किया है। श्री राय की कविता कोश के प्रति इसी लगन और श्रम को सराहने के लिये कविता कोश की पहली वर्षगांठ के अवसर पर इन्हें निरतंर योगदान चक्र से सम्मानित किया जाता है। ०४ जुलाई २००७ |
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सर्वश्री अनूप शुक्ल, जीतेन्द्र चौधरी और रवि रतलामी ने तुलसीदास कृत रामचरितमानस को कविता कोश के आरम्भ से पहले ही एक ब्लॉग पर टंकित कर लिया था। कविता कोश में उपलब्ध रामचरितमानस की मूल टंकित सामग्री इन्हीं व्यक्तियों द्वारा उपलब्ध कराई गयी थी। कविता कोश में योगदान देने वाले विश्व भर के योगदानकर्ताओं द्वारा इस सामग्री को और भी अधिक शुद्ध रूप देने का कार्य निरंतर किया जा रहा है। कविता कोश सर्वश्री अनूप शुक्ल, जीतेन्द्र चौधरी और रवि रतलामी को उनके इस सराहनीय प्रयास के लिये संयुक्त रूप से ग्रंथ सम्मान चक्र से सम्मानित करता है। आशा है कि भविष्य में और भी लोग इस तरह के सामूहिक प्रयास करने के लिये प्रोत्साहित होंगे। २९ मई २००७ |
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डा. भावना कुँअर कामायनी के हिन्दी यूनिकोड में टंकण के लिये |
डा. भावना कुँअर को जयशंकर प्रसाद कृत कामायनी रचना को हिन्दी यूनिकोड में टंकित कर कविता कोश में जोड़ने के लिये कोश द्वारा ग्रंथ सम्मान चक्र से सम्मानित किया जाता है। ३१ मार्च २००७ |
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श्री घनश्याम चन्द्र गुप्त कविता कोश में प्रूफ़ रीडिंग के लिये |
श्री घनश्याम चन्द्र गुप्त को वर्तनी शुद्ध करने के महत्वपूर्ण और अथक प्रयत्न के लिए कविता कोश द्वारा निरंतर योगदान चक्र से सम्मानित किया जाता है। ०७ अक्तूबर २००६ |