गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 28 जून 2017, at 00:36
कविता जिसी कोई चीज / मनमीत सोनी
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
मनमीत सोनी
»
थार-सप्तक-7
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
रै दुखड़ा
थूं आ
अर
मार मंगरां पर म्हारै थापी जोर सूं
कविता जिसी कोई चीज
अटकी पड़ी है मांय।