|
खजूर के पेड़ की तरह उदार बनो
यदि बन नहीं सको वैसा तुम
सरू के पेड़ का तना बनो
सहज और सरल
विशाल-हृदय
अविरल
(मार्च 1912)
मूल रूसी भाषा से अनुवाद : अनिल जनविजय
|
खजूर के पेड़ की तरह उदार बनो
यदि बन नहीं सको वैसा तुम
सरू के पेड़ का तना बनो
सहज और सरल
विशाल-हृदय
अविरल
(मार्च 1912)
मूल रूसी भाषा से अनुवाद : अनिल जनविजय