दूर,
पहाड़ों में
खो गया है
कहीं सूरज।
नहीं झकझोरती अब
बर्फीली हवाएं।
उदास है चीड़,
उदास है डल,
और
इन सबसे
उदास है मन।
दूर,
पहाड़ों में
खो गया है
कहीं सूरज।
नहीं झकझोरती अब
बर्फीली हवाएं।
उदास है चीड़,
उदास है डल,
और
इन सबसे
उदास है मन।