Last modified on 30 जून 2024, at 10:34

कहानियाँ / विवेक निराला

इन कहानियों में
घटनाएँ हैं, चरित्र हैं
और कुछ चित्र हैं ।

सम्वाद कुछ विचित्र हैं
लेखक परस्पर मित्र हैं ।

कोई नायक नहीं
कोई इस लायक नहीं ।

इन कहानियों में
नालायक देश-काल है
सचमुच, बुरा हाल है ।