Last modified on 3 नवम्बर 2008, at 20:19

कहानी का एक पात्र / हरीशचन्द्र पाण्डे

मैंने लिखी एक कहानी
उसका एक पात्र मनोहर

पात्र तो बहुत थे, मगर
सबके पास कुछ न कुछ काम थे करने को
मनोहर को कहानी भर नहीं दे पाया मैं कोई काम
भूल ही गया उसे

आप किसी को अपने रचना-संसार में लाएँ
और कोई काम न दे पाएँ
कितनी लज्जा की बात है !

मुझे दोबारा लिखनी है वह कहानी