कितने लोग दफ़न हुए इस ज़मीन में
कितने घर और कितने मुल्क...
तबसे ...जबसे यह ज़मीन बनी है !
...उनकी क़ब्रगाह पर ही तो बसी हुई हैं
सारी बस्तियाँ
हमारे घर... शहर...
दुकान... मकान...
उसी क़ब्रगाह पर खड़े हैं हम
एक और क़ब्रगाह बसाए हुए !!
कितने लोग दफ़न हुए इस ज़मीन में
कितने घर और कितने मुल्क...
तबसे ...जबसे यह ज़मीन बनी है !
...उनकी क़ब्रगाह पर ही तो बसी हुई हैं
सारी बस्तियाँ
हमारे घर... शहर...
दुकान... मकान...
उसी क़ब्रगाह पर खड़े हैं हम
एक और क़ब्रगाह बसाए हुए !!