कागला
नां अबै
स्सैहर में दीखै
अर
नां दीखै गाँव-गाँव
श्रादां रै परसाद सारू ई
लोग अडीकै
अबै कागलां नै
कठै गया कागला
कठै गई
काँव-काँव!
कागला
नां अबै
स्सैहर में दीखै
अर
नां दीखै गाँव-गाँव
श्रादां रै परसाद सारू ई
लोग अडीकै
अबै कागलां नै
कठै गया कागला
कठै गई
काँव-काँव!