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काटे कुटे पान लयाये / बघेली
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बघेली लोकगीत
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रचनाकार:
अज्ञात
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काटे कूटे पान लयाये
खोखली सुपारी रे
बापौ पूत बिआहन आये
लंगड़ी महतारी रे