गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 18 मई 2019, at 00:12
काफ़ी है / रणजीत
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
रणजीत
»
बिगड़ती हुई आबोहवा
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
काफ़ी है धन-धान्य अर
ठीक-ठाक सम्मान।
मुझको कुछ भी न चाहिए
मन अब शाह जहान ।