Last modified on 27 जुलाई 2013, at 17:38

काम वाली बाई / भास्कर चौधुरी

तुम आई तो
खिल उठा माँ का चेहरा
पिता ने ली लम्बी गहरी साँस
तुम जैसी-
माँ की सगी
और मैं मेहमान दिन भर का...