मैं “मैं” हूँ
तुम “तुम” हो
मैं से मैं, तुम से तुम का, हर जगह रण है,
हमारे बीच बढ़ती दूरियों का
कदाचित यही
सबसे बड़ा कारण है।
मैं “मैं” हूँ
तुम “तुम” हो
मैं से मैं, तुम से तुम का, हर जगह रण है,
हमारे बीच बढ़ती दूरियों का
कदाचित यही
सबसे बड़ा कारण है।