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कितना अच्छा होता / भारत यायावर


वह तेज़ी से मरता हुआ आदमी

सोचता है तेज़ी से जवान होती

बेटी के बारे में । रहता है घुँटता ।

वह तेज़ी से उम्र की ढलान पर लुढ़कता आदमी ।


बेटी बड़ी हो रही है । फूल खिल रहा है ।

फूल महक रहा है । फूल चहक रहा है ।

और वह आदमी ढरक रहा है ।

वह बाप है ।

बाप, जिसके पैरों में जूते भी आकर काँपते हैं ।

बेटी बड़ी हो रही है ।


कितना अच्छा होता ।

बाप नहीं होता वह ।

बेटी नहीं होती । कितना अच्छा होता ।

अपने में घुलता आदमी । सोचता है ।

सिर्फ़ सोचता भर है । कितना अच्छा होता ।

वह आदमी ही नहीं होता ।