Last modified on 4 जुलाई 2008, at 00:40

किताबें / शिरीष कुमार मौर्य

सदियों से
लिखी और पढ़ी जाती रही हैं
किताबें

किताबों में आदमी का इतिहास होता है
राजा
रियासतें
और हुकूमतें होती हैं किताबों में
जो पन्नों की तरह
पलटी जा सकती हैं

किताबों में होता है
विज्ञान
जो कभी आदमी के पक्ष में होता है तो कभी
टूटता है
कहर बनकर उस पर

कानून होता है किताबों में जो बनाया
और तोड़ा जाता रहा है

किताबों में होती हैं दुनिया भर की बातें
यहां तक कि किताबों के बारे में भी लिखी जाती हैं
किताबें

कुछ किताबें नहीं होतीं हमारे लिए
देवता वास करते हैं
उनमें
पवित्र किताबें होती हैं वे
फरिश्तासिफत इंसानों के पास

हमारी किताबों में तो बढ़ते हुए कदम होते हैं
उठते हुए हाथ होते हैं
हमारी किताबों में

और उन हाथों में होती हैं
किताबें !