कैसी अचरज़ भरी किताब!
इसका कोई नहीं जवाब!
कविता और कहानी हैं-
तसवीरें लासानी हैं!
भूत-प्रेत है, नानी हैं,
कितने राजा रानी हैं!
कितनी बातें छपीं यहाँ पर
इसका कोई नहीं हिसाब।
कैसी अचरज भरी किताब,
इसका कोई नहीं जवाब!
कैसी अचरज़ भरी किताब!
इसका कोई नहीं जवाब!
कविता और कहानी हैं-
तसवीरें लासानी हैं!
भूत-प्रेत है, नानी हैं,
कितने राजा रानी हैं!
कितनी बातें छपीं यहाँ पर
इसका कोई नहीं हिसाब।
कैसी अचरज भरी किताब,
इसका कोई नहीं जवाब!