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कृपा में मुझ को / नंदकिशोर आचार्य

वाक‍, भाषा, ज़ुबाँ
          अभिव्यक्ति

मैं जो शब्द हूँ केवल
सृष्टि हो पाता हूँ
            तब ही
जब तुम पिरो लेती हो
अपनी कृपा में
         मुझ को ।

22 जुलाई 2010