वाक, भाषा, ज़ुबाँ
अभिव्यक्ति
मैं जो शब्द हूँ केवल
सृष्टि हो पाता हूँ
तब ही
जब तुम पिरो लेती हो
अपनी कृपा में
मुझ को ।
22 जुलाई 2010
वाक, भाषा, ज़ुबाँ
अभिव्यक्ति
मैं जो शब्द हूँ केवल
सृष्टि हो पाता हूँ
तब ही
जब तुम पिरो लेती हो
अपनी कृपा में
मुझ को ।
22 जुलाई 2010