धिन्न धरा
थांने उपजाया
जे न्हीं
व्हेता आप
आखी मिनखाजूंण पे
किसी लागती छाप
मूंडो रंगता रेवता
देय-देय
गालां थाप
आप झेलता
जलम जलम
संताप।
धिन्न धरा
थांने उपजाया
जे न्हीं
व्हेता आप
आखी मिनखाजूंण पे
किसी लागती छाप
मूंडो रंगता रेवता
देय-देय
गालां थाप
आप झेलता
जलम जलम
संताप।