बुहार दिया घर आँगन
पिछवाड़ा,गलियारा
कैसे बुहारूँ?
पीठ का कूबड़,
गाल का मस्सा,
हँसी ठठ्ठा,
अफ़वाहें
जो चिपक गई कई कानों से
कई होंठों तक।
बुहार दिया घर आँगन
पिछवाड़ा,गलियारा
कैसे बुहारूँ?
पीठ का कूबड़,
गाल का मस्सा,
हँसी ठठ्ठा,
अफ़वाहें
जो चिपक गई कई कानों से
कई होंठों तक।