गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 29 सितम्बर 2010, at 11:51
कोमलता / लीलाधर मंडलोई
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
लीलाधर मंडलोई
»
लिखे में दुक्ख
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
जिनका सिरहाना
ताउम्र
पत्थर रहा हो
उन्हें तकिए पर नींद
नहीं आती
पत्थर की कोमलता
हर कोई नहीं जानता