कोयला नहीं कहूँगा मैं
तब भी वह काठ ही तो होगा काला स्याह
सदियों से भूगर्भ में दबा हुआ
जानता हूँ
नाम या सिर्फ शब्द
जो काठ की कालिमा और पीड़ा के लिए अंतिम नहीं हो सकता
तब जानूं कैसे
जो हो पर्याय भी और अनुभव भी: अन्तःपरिवर्तनीय
सोचता हूँयही
और चुप रहता हूँ देख कर
तथाकथित कोयला इन दिनों