हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
कोरी कोरी चांदी की कांगणी घड़ाई ऊपर जड्या नगीणा,
हो मन्नै तेरी सोंह।
कोरी कोरी चांदी की कांगणी घड़ाई खद्दर की साड़ी बांधी,
हो मन्नै तेरी सोंह।
कोरी कोरी चांदी की कांगणी घड़ाई अमर रहे बापू गांधी,
हो मन्नै तेरी सोंह।