कहाँ हूँ
यहाँ हूँ
वहाँ हूँ
रात भी
बात भी
बीत ही
जाएगी
फिर कभी
आएगी
जहाँ हूँ
आदमी
आदमी
हैं सभी
क्या कभी
एकता
आएगी
क्या कभी
जहाँ हूँ
कहाँ हूँ
यहाँ हूँ
वहाँ हूँ
रात भी
बात भी
बीत ही
जाएगी
फिर कभी
आएगी
जहाँ हूँ
आदमी
आदमी
हैं सभी
क्या कभी
एकता
आएगी
क्या कभी
जहाँ हूँ