तू जाने
या ना जाने
क्या फर्क पड़ता है !
मैं जानता हूँ
जान लिया तुम्हें
तुमसे भी ज्यादा
क्या यह
काफी नहीं
तुम्हारे दिल का
एक कोना पाने को ?
तू जाने
या ना जाने
क्या फर्क पड़ता है !
मैं जानता हूँ
जान लिया तुम्हें
तुमसे भी ज्यादा
क्या यह
काफी नहीं
तुम्हारे दिल का
एक कोना पाने को ?