खटखुट
- खटखुट
कर रहा है काल
मेरे कान के पास
- ज़मीन छोड़ कर
जल्द चलने के लिए
धक्का दे रहा है
- उसे
मेरा एक बाल
मुझ से अलग रहने के लिए
तमाम उम्र
इंतज़ार में खड़े रहने के लिए
(रचनाकाल : 05.03.1964)
खटखुट
कर रहा है काल
मेरे कान के पास
जल्द चलने के लिए
धक्का दे रहा है
मेरा एक बाल
मुझ से अलग रहने के लिए
तमाम उम्र
इंतज़ार में खड़े रहने के लिए
(रचनाकाल : 05.03.1964)