ख़्वाबों को
कोसता है कौन कमबख़्त ?
जब
संगीत में
सुरों का
कविता में
शब्दों का
और पेंटिंग्स में
रंगों का
पूरा होता है ख़्वाब !
ख़्वाबों को
कोसता है कौन कमबख़्त ?
जब
संगीत में
सुरों का
कविता में
शब्दों का
और पेंटिंग्स में
रंगों का
पूरा होता है ख़्वाब !