रात में नदी चढ़ी
पाट फैला -
फैलता हुआ
दोनों किनारों को जोड़ गया.
नदी मुझ तक पहुँची
मैं कहीं छूट गया!
नदी
तुमको मिला मैं ?
रात में नदी चढ़ी
पाट फैला -
फैलता हुआ
दोनों किनारों को जोड़ गया.
नदी मुझ तक पहुँची
मैं कहीं छूट गया!
नदी
तुमको मिला मैं ?